ज़रा ठहर नज़र मिला, बात करते हैं।
जिगर है सामने आ, बात करते हैं।
झूठी कोई तारीफ कब तलक होगी,
आ थोड़ी शराब पिला, बात करते हैं।
तकल्लुफ उम्र भर चलता ही रहेगा,
कुछ तो कर गिला, बात करते हैं।
मासूम आखों का अब एतबार नहीं,
यकीन कुछ और दिला, बात करते हैं।
मसला तो सब तेरा मेरा अपना है,
हटा औरों का काफिला, बात करते हैं।
Month: August 2022
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